मेघालय! जिसका नाम सुनते ही बादलों का ख्याल आता है और चेरापूंजी का नाम सुनते ही बरसात का ख्याल आता है! एक समय यह दुनिया का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान था लेकिन पड़ोस के मसीनराम ने इसे दूसरे पायदान पर खिसका दिया है, फिर भी अभी तक चेरापूंजी ही अधिक प्रसिद्द है। ह म अधिकतर स्थानों में वर्षा की माप मिलीमीटर में देखते हैं, लेकिन यहाँ की वर्षा मीटर में होती है! साल भर की बारिश करीब बारह हजार मिलीमीटर यानि बारह मीटर! है न आश्चर्यजनक! बचपन से हम पढ़ते आये थे की चेरापूंजी दुनिया का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है, पिछले कुछ वर्षों से पचास-साठ किमी दूर स्थित मसिनराम पहले नंबर पर आ गया है। शिलांग शहर का एक भ्रमण करने के बाद एक दिन हमने चेरापूंजी के भी नाम किया.. मेघालय के पिछले पोस्ट: पूरब के स्कॉटलैंड- मेघालय यात्रा की तैयारियाँ (Scottland of the East- Meghalaya) मेघालय यात्रा: शिलॉंग भ्रमण- शिलॉंग व्यू पॉइंट, एलिफेंट फॉल्स, और कैथेड्रल ऑफ़ मैरी चर्च (Meghalaya-Shillong Sightseeing-Shillong View Point, Elephant Falls and Cathedral of Marry Church) मेघालय यात्रा: शिलॉं
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